उत्तर प्रदेश : बांदा में False SC ST Act के कारण एक व्यक्ति को 12 साल जेल में गुजरने पडें। घटना बांदा के बबेरु कोतवाली की है जहाँ एक अनुसूचित जाति की महिला के लापता होने के संदर्भ में महिला के पति ने मुलायम सिंह पर फ़र्ज़ी sc st एक्ट लगा दिया गया था।
दरअसल 28 जुलाई 2010 में एक अनुसूचित जाति की महिला अपने खेत गयी थी और लौटी नही, तलाश करने पर परिजनों को खेत में उसका शव मिला। इसके बाद महिला के पति चंद्रकिशोर ने हत्या और दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखवाई। इस मामले में मुलायम सिंह को पुलिस वालों ने जेल भेज दिया।
कोई नही आया जेल में मिलने
मुलायम सिंह के पैरोकार न होने के कारण सालों तक उनकी जमानत नही हो सकी। इस दौरान उनसे मिलने कोई भी नही गया। न कोई मिलने वाला,न कोई ज़मानत करवाने वाला था। इसके बाद लीगल एडवोकेट मूलचंद कुशवाहा ने ये ज़िम्मेदारी उठाई। उन्होंने फ़र्ज़ी केस में मुलायम सिंह की पैरवी की और अंत मे कोर्ट ने मुलायम को निर्दोष माना और साथ ही एससी एसटी एक्ट के आरोपों से भी मुक्त कर दिया।
False SC ST Act में पीड़ित कौन ?
फ़र्ज़ी एससी एसटी एक्ट (False SC ST Act) की देश भर में हज़ारों घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कई जगहों पर सत प्रतिशत घटनाएं फ़र्ज़ी साबित हो रही हैं।
स्थिति ये है कि अपने ही घर मे आग लगाने के बाद लोग मुआवजे और सामने वाले से बदला लेने के लिए फ़र्ज़ी एससी एसटी एक्ट लगा दे रहे हैं। इन घटनाओं में पूरे सबूत होने के बाद भी लोगों को नियमानुसार जेल जाना ही पड़ता है। हाल में ही ऐसी घटना बिहार से भी आई थी।
मामले पर आपकी क्या राय है ज़रूर बताएं। क्या आपके आसपास भी इस तरह की घटना हो चुकी है ?
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