कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक दावा तेज़ी से वायरल हो रहा है, की भगत सिंह ने अम्बेडकर के मिशन में भाग लेने की बात कही थी। बताया जा रहा है कि शहीद भगत सिंह ने कहा था कि “यदि मैं जीवित रहा,फांसी से बच गया,तो अपना बाकी का सम्पूर्ण जीवन डॉ भीमराव अंबेडकर के मिशन में लगाऊंगा।” दावे के साथ एक फ़ोटो भी वायरल किया जा रहा है जिसमे संदर्भ के तौर पर भगत सिंह की जेल डायरी का नाम दिया जा रहा है।
गूगल पर सर्च करने पर पता लगा कि यही दावा कुछ अन्य वेबसाइट्स द्वारा भी किया जा रहा है। दलित आवाज़ नाम की वेबसाइट में संदर्भ के तौर पर भगत सिंह द्वारा लिखित किताब “मैं नास्तिक क्यों हूँ” का नाम बताया गया है। एक अन्य वेबसाइट tpsgnews द्वारा भी यही दावा किया गया है,लेकिन संदर्भ के तौर पर यहां भगत सिंह की जेल डायरी का नाम दिया गया है।
भगत सिंह ने अम्बेडकर के मिशन का ज़िक्र भी नही किया है
दावे का सच पता करने के लिए हमारी टीम ने “भगत सिंह की जेल डायरी” और “मैं नास्तिक क्यों हूँ” दोनो का अच्छे से अध्ययन किया,जिसके बाद हमने पाया कि ये दावा पूर्ण रूप से गलत है।
भगत सिंह द्वारा अपने किसी पत्र या अन्य लेखन में अम्बेडकर के मिशन में भाग लेने की बात नही कही गयी है और न ही भगत सिंह ने कभी फांसी से बचने की इच्छा जताई थी। बता दें कि भगत सिंह द्वारा जिस साइमन कमीशन का विरोध किया गया, अम्बेडकर उस साइमन कमीशन के समर्थन में अंग्रेज़ो के साथ थे।
किसी भी बात पर भरोसा करने से पहले अध्ययन ज़रूरी है। इसलिए फेक न्यूज़ से सावधान रहें।
Fact Check Results :- वायरल दावा पूर्ण रूप से गलत है।
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