बिहार के नेता आशुतोष कुमार ने तेजस्वी यादव का दामन थाम लिया है। बता दें कि आशुतोष कुमार बिहार में ब्राह्मण-भूमिहार के बीच काफी प्रसिद्ध नेता हैं और अक्सर सवर्णो के मुद्दे उठाते रहते हैं।
हाल में ही आशुतोष कुमार ने फेसबुक पर तेजस्वी यादव के साथ फ़ोटो पोस्ट करते हुए लिखा “धन्यवाद तेजस्वी जी.! आपने हमारे समाज को सम्मान दिया है, अब हमारा भी फर्ज बनता है की हम आपको सम्मान दें। आपने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है तो हमारा भी फर्ज बनता है की आपका हाथ पकड़ आपको बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाएं। आपको हम भगवान परशुराम जी की जयंती पर बतौर अतिथि आमंत्रित करते हैं।
बाभन जी के चूड़ा यादव जी के दही,
दोनों भाई मिलब तब होई बिहार सही।”
लोगों का रिएक्शन
इस घटना के बाद आशुतोष समर्थकों के मिले जुले रिएक्शन आ रहे हैं। जहां कई लोग इसे समय की मांग कह रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे गलत कदम बता रहे हैं।
आशुतोष कुमार भूमिहार ब्राह्मण जाति से आते हैं। 90 के दशक में भूमिहार जाति के लोगों की नक्सलियों द्वारा बड़ी संख्या में हत्या कर दी गयी थी हालांकि अन्य जाति के भी कई लोग मारे गए थें लेकिन मरने वालों में सबसे ज्यादा भूमिहार जाति के ही लोग थे। ये वही दौर था जब लालू यादव द्वारा भूरा बाल साफ करो का नारा लगाया गया था। भूमिहार जाति के कई लोगों का कहना है कि ऐसे व्यक्ति के साथ गठबंधन, भूमिहारो के स्वाभिमान पर प्रहार है। हालांकि बिहार के सबसे बड़े बाहुबली अनंत सिंह भी राजद के साथ रहे हैं। अन्य कई भूमिहार नेताओ ने भी कई बार राजद से हाथ मिलाया हुआ है।
कहते हैं राजनीति में कोई किसी का दोस्त या दुश्मन नही होता ।देखने की बात है कि ये आशुतोष-तेजस्वी गठजोड़ बिहार की राजनीति में क्या भूमिका निभा पाता है।